देश में अब तक कोरोना के कुल 1637 मामले, 38 की मौत

पिछले 24 घंटे में 386 नए मामले, तीन की मौत
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की भारत में स्थिति को लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन करते हुए बताया कि देश में अब तक कोविड-19 के 1,637 मामले सामने आए है। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कल से लेकर आज तक में देश में कोरोना वायरस के 386 नए मामले सामने आए है और तीन लोगों की इस जानलेवा वायरस से मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि देश में कोरोना संक्रमितों की यह वृद्धि राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमण के फैलने की दर को नहीं दर्शाती है, बल्कि इस बढ़ोतरी में निजामुद्दीन मरकज की घटना प्रमुख वजह रही। उल्लेखनीय है कि दिल्ली स्थित निजामुद्दीन इलाके में एक से 15 मार्च तक हुए तब्लीगी जमात के एक आयोजन में हिस्से लेने वालों में कोरोना के संक्रमण के कई मामले सोमवार और मंगलवार को सामने आए थे। उन्होंने बताया कि अकेले दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान 18 लोगों के कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई है, जबकि तमिलनाडु में 65 नए मामले सामने आए हैं। अग्रवाल ने संक्रमण के मामले रोकने के लिए लॉकडाउन का पालन सुनिश्चित करने को ही एकमात्र उपाय बताते हुए कहा कि इसकी रोकथाम के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि बैठक में प्रवासी मजदूरों को संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए पृथक रखने और उनकी सहायता के लिए शुरू किए गए कार्यों को पूरा करने के प्रयासों की भी समीक्षा की गई। वहीं संवाददाता सम्मेलन में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के रमन आर गंगाखेडक़र ने बताया कि देश भर में कार्यरत आईसीएमआर की प्रयोगशालाओं में पिछले 24 घंटों में 4562 नमूनों की जांच की गई। गंगाखेडक़र ने कहा कि इसके साथ ही देश में जांच का स्तर कुल क्षमता का 38 प्रतिशत हो गया है।
जमात से जुड़े 1800 लोगों को अस्पतालों में भेजा
सचिव ने कहा कि तब्लीगी जमात से जुड़े 1800 लोगों को नौ अस्पतालों और पृथक केंद्रों में भेजा गया है। हालांकि हाल के मामलों में बढ़ोत्तरी देखकर यह नहीं कहा जा सकता है कि इसमें देश भर में बढ़ोतरी हो रही है।
रेलवे 20 हजार ट्रेन कोचों को आईसोलेशन वार्ड में बदलेगा
स्वास्थय सचिव ने बताया कि रेलवे 20 हजार डिब्बों को संशोधित करके 3.2 लाख आइसोलेशन और क्वारंटीन बेड बनाने की तैयारी कर रहा है। 5000 डिब्बों का संशोधन शुरू हो गया है। परीक्षण किट, दवाओं और मास्क जैसे आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए लाइफलाइन उड़ानें शुरू की गई हैं।
21,486 राहत शिविर स्थापित
संवाददता सम्मेलन में गृह मंत्रालय की संयुक्त सचित पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य प्रवासी श्रमिकों के लिए भोजन और आश्रय की व्यवस्था कर रहे हैं। 21,486 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां 6,75,133 व्यक्तियों को आश्रय दिया गया है।

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