मध्यप्रदेश के दतिया जिले में कुछ दिनों पहले एक शादी हुई थी | इस शादी में माहौल इतना गरम हो गया की पुलिस को बुलाना पड़ गया | दरअसल हुआ कुछ ऐसा की ज्वेलर्स द्वारिका प्रसाद अग्रवाल की बेटी शिवांगी की शादी फलका बाजार के निवासी सुरेश अग्रवाल के बेटे प्रतीक से तय हुई | प्रतीक ने बीकॉम तक पढाई की है वो बाजार में सेनेटरी की दुकान चलाता है | जबकि शिवांगी ग्वालियर में एमबीए करने के बाद जॉब करती है | दोनों की शादी थी बारात आ गयी फेरे हो गए लेकिन जब बिदाई का समय आया तब कुछ हंगामा होने लग गया |
जब बिदाई हो रही थी तब दूल्हे के पिता ने दुल्हन का सामान देखने की बात कही थी | इस बात पर दुल्हन शिवांगी भड़क गयी और बारात वापस ले जाने की बात करने लगी | लड़की ने बताया था की लड़के वालो की और से दहेज़ की मांग हो रही थी और मेरा कोई भाई भी नहीं है | माँ डायबिटीज की मरीज है में अपने माता पिता का ख्याल रखना चाहती हूँ इसलिए मैंने शादी पास में ही की और सब कुछ अभी तक इनकी सुनती रही सहती रही मगर अब इन्होने दहेज़ के नाम पर अपनी हद पार कर दी है ओर ये सब में अब नहीं सह सकती |
दुल्हन ने बताया की प्रतीक मेरी सैलरी लेने की बात कर रहे है और शादी के बाद लड़के वालो ने कार की मांग भी की है शादी के फैरो तक तो में सबकुछ सहती रही मगर ये लोग इतने लालची होंगे मैंने कभी नहीं सोचा था | ये लोग मेरा सूटकेस चेक करना चाहते थे इसलिए मैंने ये शादी तोड़ दी |
दूल्हे के पिता ने दुल्हन वालो को कहा झूठा
जब पुलिस आयी तो उन्होंने दुल्हन को समझाना चाहा लेकिन दुल्हन ने कहा की अब खुद भगवान भी आ जाये तो में नहीं जाउंगी | इसपर दूल्हा प्रतीक ने कहा की हमने कोई दहेज की मांग नहीं की है दुल्हन वाले झूट बोल रहे है | दूल्हे के पिताजी ने कहा की में तो सुटकेश में साडी और जेवरात गिनना चाहता था इसी बात पर लड़की वालो ने ये शादी तोड़ दी अब दुल्हन की विदाई भी नहीं कर रहे है |
दुल्हन के पिताजी ने बताया की लड़कों वालो की तरफ से दहेज़ की मांग बढ़ने लगी थी और अब तो सूटकेस देखने के पीछे की अड़ गए थे | बेटी ने कहा की अभी से इन लोगो का ये हाल है तो पता नहीं मेरे साथ आगे क्या क्या करेंगे इसलिए में नहीं जाउंगी |