तीन माह से गुमशुदा मासूम मिला

हरिद्वार। तीन माह से गुमशुदा चल रहे 2 वर्षीय मासूम के मिल जाने से परिजनों में खुशी की लहर है। मेरठ निवासी यह मासूम कलियर मेले के दौरान परिजनों से बिछड़ गया था। जिसकी तलाश में पुलिस रात दिन एक किये हुए थी। यह मासूम देहरादून निवासी एक भाई बहन को मिला था जिसके परिजन न मिलने पर वह अपने साथ उसे देहरादून ले गये थे।
बता दें कि बीते वर्ष 28 सितम्बर को उर्स मेले के दौरान थाना कलियर क्षेत्रांतर्गत एक दो वर्ष का बच्चा रिहान पुत्र असरफ निवासी परीक्षितगढ़ मेरठ खो गया था, जो कि सीसीटीवी फुटेज में स्वयं पैदलकृपैदल 100 मीटर तक चलता हुआ दिखाई दिया, किंतु अत्यधिक भीड़ होने के कारण आगे नहीं दिख पाया, जिसके संबंध में थाना कलियर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया, उक्त बच्चे की तलाश हेतु डीसीआरबी के मध्यम से प्रयास किए गए, थाना क्षेत्र में 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरा चैक किए, बच्चे के संबंध में आस पास तथा रेलवे स्टेशन बस स्टेशन के आस पास पतारसी सुरागरसी की गई, तथा भीड़ भाड़ वाले महत्त्वपूर्ण स्थानों पर पोस्टर चस्पा किए गए व तलाश प्रचलित थी।
सोशल मीडिया पर पोस्टर/इस्तहार देखकर के सौदागर सलीम खान निवासी क्लीमेंटटाउन देहरादून द्वारा विवेचक एसआई हेमदत्त भारद्वाज को अवगत कराया कि पोस्टर से संबंधित बच्चा उनके पास है, घटना के दिन उक्त बच्चा पैदल पैदल पीपल चैक के पास पहुंचा तो अनवरी खातून और सौदागर खान नामक भाई बहन ने बच्चे की दारुण दशा (अत्यधिक रोने तथा कपड़ों में मल मूत्र त्याग) को देखते हुए बच्चे को अपने पास ले लिया और जहां से खोया पाया केंद्र में ले जाकर अनाउंसमेंट करवाया किंतु अत्यधिक भीड़ के कारण कोई परिजन नही मिला, चूंकि बच्चे की स्तिथि काफी दयनीय थी तो उक्त लोगों द्वारा बच्चे के कपड़े आदि बदल कर, दूध पिलाकर परिजनों की तलाश की किंतु कोई नही मिला तो बच्चे को अपने घर क्लेमेंनटाउन देहरादून ले आए, तत्पश्चात उनके द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से, समाचार पत्र में छपवाकर परिजनों की ढूंढ खोज के प्रयास किए जा रहे थे, विगत दिनों जनवरी को सौदागर के किसी परिचित द्वारा कलियर में बच्चे का पोस्टर देखकर उन्हे सूचित किया, जिस पर सौदागर सलीम द्वारा पोस्टर पर अंकित विवेचक एसआई हेमदत्त भारद्वाज को सूचित किया गया, पुलिस द्वारा बच्चे को देहरादून से बरामद कर, परिजनों को सूचित कर, सीडब्लूसी देहरादून में पेश कर उक्त सौदागर सलीम खान, अनवरी खातून से विस्तृत पूछताछ कर, बच्चे को परिजनों के सुपुर्द किया गया। 3 महीने बाद अपने बच्चे को सकुशल पाकर परिजनों द्वारा पुलिस का आभार प्रकट किया गया।

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