नईदिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली समेत दूसरे शहरों की पुलिस लगातार तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की तलाश कर रही है. ये वो लोग हैं जो 15 मार्च से 28 मार्च तक मरकज़ में रुके या गए थे. ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए दिल्ली पुलिस ने नया तरीका निकाला है. मरकज़ के एरिया में इस दौरान एक्टिव रहे मोबाइल फोन नंबर का डाटा तैयार किया जा रहा है. इस लिस्ट में ऐसे नंबर शामिल किए जा रहे हैं, जो तीन से चार दिन तक मरकज़ में रुके हैं या वहां का एक चक्कर लगाया है. अगर शक के दायरे में आया नंबर दूसरे शहर और राज्य का है तो वहां की पुलिस को इसकी सूचना दी जा रही है. यह कवायद कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की तलाश के लिए की जा रही है.
देश की राजधानी दिल्ली समेत दूसरे शहरों की पुलिस लगातार तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की तलाश कर रही है. ये वो लोग हैं जो 15 मार्च से 28 मार्च तक मरकज़ में रुके या गए थे. ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए दिल्ली पुलिस ने नया तरीका निकाला है. मरकज़ के एरिया में इस दौरान एक्टिव रहे मोबाइल फोन नंबर का डाटा तैयार किया जा रहा है. इस लिस्ट में ऐसे नंबर शामिल किए जा रहे हैं, जो तीन से चार दिन तक मरकज़ में रुके हैं या वहां का एक चक्कर लगाया है. अगर शक के दायरे में आया नंबर दूसरे शहर और राज्य का है तो वहां की पुलिस को इसकी सूचना दी जा रही है. यह कवायद कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की तलाश के लिए की जा रही है.
दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो मोबाइल नंबर जुटाने की इस कवायद को मैपिंग का नाम दिया गया है. मरकज़ के आसपास जितने भी मोबाइल टावर हैं, उनका डंप डाटा पुलिस ने जुटा लिया है. अब उसकी स्टडी की जा रही है. ऐसी ही स्टडी के दौरान एक नंबर सामने आया था. जब इस नंबर को इस्तेमाल करने वाले शख्स से संपर्क किया गया तो वो एयर फोर्स का जवान था. इसके बाद उस जवान को आइसोलेट कर दिया गया. दूसरे लोगों के साथ भी यही कार्रवाई की जा रही है. नंबर के आधार पर जो जहां मिल रहा है, उसे आइसोलेट किया जा रहा है.