- पीएम मोदी ने गांवों को दिया स्वामित्व योजना का तोहफा
- पहले चरण में छह राज्यों में लागू होगी योजना
- सरपंचों से संवाद में ई ग्राम स्वराज पोर्टल एप भी किया लांच
- कोरोना के खिलाफ जंग में गांवों की भूमिका की तारीफ की
- राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस
नई दिल्ली। राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम सभाओं और ग्राम पंचायतों को स्वामित्व योजना का तोहफा दिया है। इस योजना के पहले चरण के तहत देश के छह राज्यों में अब ड्रोन के माध्यम से पूरे गांव की संपत्ति का लेखा जोखा के साथ स्वामित्व का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इस दौरान पीएम ने कोरोना के खिलाफ जंग में ग्राम पंचायतों की भूमिका की सराहना की और एकीकृत ई-ग्राम स्वराज पोर्टल एप भी लांच किया। पीएम ने कहा कि ग्राम पंचायतों ने दुनिया को सोशल डिस्टेंसिंग की जगह दो गज दूरी का मंत्र दिया है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के सरपंचों से संवाद करते हुए पीएम ने कहा कि गांव में संपत्ति को ले कर विवाद आम हैं। इसी के मद्देनजर स्वामित्व योजना की शुरुआत की योजना बनी है। इसके तहत देश के सभी गांवों का ड्रोन के माध्यम से गांव की हर संपत्ति की मैपिंग की जाएगी। फिर गांव के लोगों को संपत्ति का मालिकाना हक संबंधी प्रमाण पत्र दे दिया जाएगा। इससे शहरों की तरह ग्रामीण क्षेत्रों मेंं भी बैंक से ऋण लेना आसान होगा। पीएम ने कहा कि फिलहाल इस योजना की शुरुआत यूपी, महाराष्ट्र, उत्तराखंड सहित छह राज्यों में होगी। जिसे बाद में पूरे देश में लागू किया जाएगा।
गांव ने दुनिया को दिया दो गज दूरी का मंत्र
इस दौरान पीएम ने कोरोना से जंग में ग्राम पंचायतों की भूमिका की जम कर तारीफ की। पीएम ने कहा कि आपने इस संकट के दौर में अनुशासन ओर सूझबूझ की मिसाल पेश की है। ग्राम पंचायतों ने पूरे देश को प्रेरणा दी है। सोशल डिस्टेंसिंग को बेहद सरल शब्दों में दो गज दूरी के रूप में पूरी दुनिया को संदेश दिया है। गांवों में अनुशासन और कोरोना के खिलाफ जंग में बरते जा रहे अनुशासन के कारण ही दुनिया में भारत की चर्चा हो रही है।
पांच सरपंचों ने रखी बात
वीडियो कांफ्रेंस के दौरान पांच राज्यों के पांच सरपंचों ने पीएम के समक्ष अपनी बातें रखी। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के नक्सीदेह पंचायत की सरपंज वर्षा सिंह सरपंच पंचायत द्वारा चलाए जा रहे जागरुकता अभियान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जरूरतमंदों और गरीबों को सभी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। जम्मू कश्मीर के बारामुला के नारबाओ ब्लॉक के प्रधान मोहम्मद इकबाल ने अपने यहां लॉकडाउन का सत प्रतिशत पालन किए जाने की जानकारी दी। बिहार के जहानाबाद जिले के धरनाई पंचायत को सरपंज अजय सिंह यादव ने पंचायत में साफ सफाई और हाथ धोने की व्यवस्था करने तो पंजाब के पठानकोट के कीहाड़ा पंचायत की सरपंच पल्लवी ठाकुर ने ग्रामीणों पर गांवों के प्रवेश द्वारों पर पहरा दिए जो की जानकारी दी। असम के कछार जिले के छोटादूध पाटिल गांव के प्रधान ने लॉकडाउन के प्रति जागरुकता अभियान चलाने की जानकारी दी।
पूर्व पीएम राजीव गांधी पर चुटकी
सरपंचों से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने पूर्व पीएम राजीव गांधी की भी चुटकी ली। उन्होंने बस्ती के नक्सीदेह की सरपंच वर्षा से पूछा कि क्या गांवों के गरीबों और जरूरतमंदों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है। वर्षा ने जब इसका जवाब हां में दिया तो पीएम ने कहा पहले लोग कहते थे केंद्र से एक रुपये निकलता है और जमीन पर 15 पैसा ही पहुंचता है। आज एक रुपया निकलता है तो सौ के सौ लाभार्थियों के खातों में सीधे जमा हो जाता है।
कोरोना ने दिया आत्मनिर्भर बनने का संदेश
पीएम ने कोरोना वायरस को विचित्र करार देते हुए कहा कि इस संकट ने हमें आत्मनिर्भर बनने का संदेश देने केसाथ सबक सिखाया है। अनुभव बताता है कि हमें आत्मनिर्भर बनना ही होगा। बिना आत्मनिर्भर बने हम ऐसे संकटों को झेल नहीं पाएंगे। अब हमें यह तय करना है कि भारत गांव, जिला और राज्य के स्तर पर आत्मनिर्भर कैसे बने। इतना आत्मनिर्भर कि हमें अपनी आवश्यकतों की पूर्ति के लिए बाहर का मुंह नहीं देखना पड़े।