वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनके प्रशासन ने कोरोनावायरस संक्रमण से निपटने को लेकर चीन की प्रतिक्रिया की बहुत गंभीरता से जांच शुरू की है। उन्होंने संकेत दिया कि उनका प्रशासन बीजिंग से 12.41 लाख करोड़ से ज्यादा मुआवजा लेगा जो जर्मनी द्वारा कोरोना वायरस महामारी के कारण मांगा जा रहा है। बीबीसी ने कोविड-19 महामारी पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ट्रंप के हवाले से कहा, और हम चीन से खुश नहीं हैं, हम उस पूरी स्थिति से खुश नहीं हैं, हमारा मानना है कि इसे (महामारी को) स्रोत पर रोका जा सकता था। जल्दी से रोके जाने पर यह पूरी दुनिया में नहीं फैला होता।
राष्ट्रपति ट्रंप ने महामारी के बढ़ते प्रकोप के चलते चीन पर सख्ती दिखाई। वह महामारी के प्रसार को रोकने और इस पर अंकुश लगाने के प्रयास में चीन के लिए अमेरिकी सीमाओं को बंद करने के अपने फैसले को कही बार सही बताते आए हैं। कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि निर्णय से अमेरिका को तैयारी के लिए समय मिला, लेकिन ट्रंप प्रशासन इसका लाभ नहीं उठा पाया। ट्रंप ने कहा, एक देश को छोडक़र किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। कोई किसी को भी यहां दोषी नहीं ठहरा रहा है, हम ऐसे लोगों के एक समूह को देख रहे हैं, जिन्हें चाहिए था कि वे शुरुआत में ही इसे रोक लें।
चीन का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, वे (चीन) पूरी दुनिया की रक्षा कर सकते थे, सिर्फ हमारी ही नहीं – पूरी दुनिया की। कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में ट्रंप ने कहा कि देश भर में कोविड-19 के मामलों में कमी आ रही है। उन्होंने कहा, सभी मामलों में बेहतरी हो रही है। वास्तव में एक भयानक स्थिति का हम सामना कर चुके हैं, लेकिन समस्या खत्म नहीं हुई है। राष्ट्रपति ट्रंप ने काम पर वापस आने के लिए आतुर लोगों का जिक्र करते हुए कहा, हमारे राष्ट्र के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए हमारी अर्थव्यवस्था का स्वास्थ्य सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है, ये लक्ष्य मिलकर काम करते हैं।
यह पूछने पर कि क्या वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनावों को टालने पर विचार कर रहे हैं? उन्होंने कहा, मैंने कभी भी चुनाव की तारीख बदलने के बारे में नहीं सोचा है, मैं भला ऐसा क्यों करूंगा? 3 नवंबर, यह एक अच्छी तारीख है।