सालाना Summer Fest-2022 में पद्मश्री प्रीतम ने उत्तराखंड के पारंपरिक लोकगीतों का जादू बिखेरा। कनिष्क ने अमीर खुसरो और बाबा बुले शाह जैसे सूफियों के कलामों को नए अंदाज़ में पेश किया। युवा Students दोनों की प्रस्तुतियों का मानो इंतजार कर रहे थे। एक-एक प्रस्तुतियों को उन्होंने जम के जिया। उनके Dance और थिरकन ने माहौल में जोश और उमंग भर डाला।
Dance to the Tune of uttarakhand फोक म्यूजिक कार्यक्रम में प्रीतम के 32 सदस्यीय डांस ट्रूप ने उत्तराखंड के पारंपरिक गीतों, जागरों और पवाड़ों को राज्य के कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्रों के पारंपरिक वाद्यों जैसे डोल, डमरू और थाल के सुरों के साथ पेश किया। एक के बाद एक गीतों की प्रस्तुति से उन्होंने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। लोकप्रिय कुमाऊँनी गायक बिशन सिंह हरियाला ने भी दर्शकों को देर तक अपने गीतों पर थिरकाया।
कनिष्क ने अमीर खुसरो और बाबा बुल्ले शाह के प्रसिद्ध सूफी कलामों को सूफी इलेक्ट्रॉनिक ट्रांस के रूप में युवाओं के सामने पेश किया। उन के ट्रांस सूफी कंपोजिशंस रंगी सारी, की जानना और सड्डा साहिब की धुनों पर Students देर तक थिरकते नज़र आए। देवाश्री ने वोकलिस्ट के तौर पर और अद्वंत ने बांसुरी पर कनिष्क सेठ को संगत दी।
प्रसिद सूफी रॉक बैंड परवाज़ ने फ्यूजन म्यूजिक पर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के संस्थापक अध्यक्ष प्रो कमल घनशाला ने प्रीतम को 2 लाख की सम्मान राशि भेंट की। उन्होंने कहा कि सफलता तभी मिलती है जब हम अपनी जड़ों और संस्कृति से जुड़े रहते हैं। युवाओं को इस दिशा में जरूर ध्यान देना चाहिए।