देहरादून, आजखबर। विस्तार प्रभाग, वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून ने वानिकी आधारित उत्पादों की जानकारी पर एक आनलाईन विचार-विमर्श गोष्ठी सह प्रदर्शनी का आयोजन किया। इसमें उद्यमियों, किसानों, शोधकर्ताओं, गैर सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों तथा अन्य हितधारकों ने आॅनलाईन भाग लिया।
कार्यक्रम से उद्घाटन सत्र में डा0 चरण सिंह, वैज्ञानिक-ई तथा प्रभाग प्रमुख, विस्तार प्रभाग ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद के महानिदेशक एव वन अनुसंधान संस्थान के निदेशक अरुण सिंह रावत,भा0व0से0 द्वारा गोष्ठी का उद्घाटन किया गया। अपने सम्बोधन में उन्होंने प्रतिभागियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आज की आॅनलाईन गोष्ठी सह प्रदर्शनी किसानों, शोध कर्ताओं, उद्यमियों तथा उपभोक्ताओं को एक सांझा मंच पर लाकर जानकारी साझा करने में मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा कि इससे वारिकी आधारित उत्पादों की विपणन श्रृंखला का मार्ग भी प्रशस्त होगा तथा रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। आगे उन्होंने कहा कि भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद अपने सभी संस्थानों जो कि देश के विभिन्न हिस्सों में शोध कार्य कर रहे हैं, में प्रौद्योगिकी प्रदर्शन केंन्द्र स्थापित कर रहा है। इससे प्रद्योगिकियों एवं उत्पादों को प्रचार-प्रसार में मदद मिलेगी। गोष्ठी के तकनीकी सत्र में संस्थान के वैज्ञानिकों डा0 अशोक कुमार,डा0 डी0 पी0 खाली, डा0 अमित पाण्डेय, डा0 अजय ठाकुर ने अपने विचार प्रकट किए। गोष्ठी से जुड़े उद्यमियों, अजय कुमार सैनी, अनिल चन्दोला, नत्थू हसन तथा केशव शर्मा ने भी अपने विचार रखे। साथ ही उन्होंने आॅनलाईन अपने बनाए हुए उत्पादों को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम के अन्त में रामबीर सिंह वैज्ञानिक द्वारा सभी का धन्यवाद किया गया। कार्यक्रम के संचालन तथा सफल बनाने में डा0 देवेन्द्र कुमार, वैज्ञानिक-ई, विजय कुमार, सहायक वन संरक्षक तथा प्रीतपाल सिंह, उप वन राजिक, पूनम पन्त तथा रतेश सिंह की सक्रिय व सराहनीय भूमिका रही।