हरिद्वार। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय का 18वें वार्षिकोत्सव उत्सव-20 का कुलध्वजा फहराने के साथ शुक्रवार को शुभारंभ हो गया। प्रातः से हो रही बारिश ने उत्सव-20 के उत्साह को और कई गुना बढ़ा दिया। इस अवसर पर एनएसएस, रोवर, रेंजर्स की टीम के अलावा पूरा विवि परिवार उपस्थित था। उत्सव के प्रथम सत्र में कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने युवाओं को खेल भावना से प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए शपथ दिलाई। इस अवसर पर कुलाधिपति ने कहा कि उत्सव अपने अंदर के उत्साह को प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर है। यह समय एक साथ कई संयोग लेकर आया है। वासंती उल्लास के साथ मनाया जा रहा इस उत्सव का रंग हमारे जीवन में भी दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि तीन दिन चलने वाले उत्सव-20 के दौरान विभिन्न खेल, भाषण, संगीत आदि की प्रतियोगिताएँ आयोजित होंगी, इसमें हार-जीत की भावना से ऊपर उठकर पारिवारिक व टीम भावना के साथ खेलना है।
विवि मात्र एक शैक्षणिक संस्थान ही नहीं, वरन् एक परिवार है और आप सभी इस परिवार के महत्त्वपूर्ण अंग हैं। प्रतियोगिता में विवि द्वारा निर्धारित अनुशासन का सौहार्द्रपूर्ण ढंग से पालन करना होना चाहिए। अपने खेल व व्यवहार में भी पारिवारिकता का भाव दिखना चाहिए। इस अवसर पर कुलाधिपति डॉ. पण्ड्या ने लाल मशाल प्रज्वलित किया और उसे समस्त खिलाड़ियों के प्रतिनिधि के रूप में छात्र सुमित एवं छात्रा प्रतिभा को सौंपा। खेल अधिकारी नरेन्द्र सिंह ने बताया कि तीन दिन चलने वाले उत्सव-20 में तीस से अधिक खेल व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। इसमें विवि के सात सौ से अधिक छात्र-छात्राएँ प्रतिभाग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि छात्र-छात्राओं का अलग-अलग वर्ग में क्रिकेट, कबड्डी, खो-खो, हेमर थ्रो, बॉलीबाल, फूटबॉल, चक्का फेंक आदि खेलों का आयोजन होगा। इनमें से कुछ तो राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी डॉ. शिवनारायण प्रसाद ने बताया कि सांस्कृतिक प्रतियोगिता के अंतर्गत शास्त्रीय गायन, शास्त्रीय नृत्य, सुगम संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन होगा।