अगले आदेश तक रोकी गई टिकटों की बुकिंग

नईदिल्ली। कोरोना वायरस से लडऩे के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर में लॉकडाउन की अवधि तीन मई तक बढ़ा दी है। इस दौरान ट्रेनें और हवाई सेवा पहले की तरह ही बंद रहेंगी। प्रधानमंत्री की घोषणा के तुरंत बाद ही रेलवे ने ट्रेनों में टिकटों की बुकिंग पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। रेलवे के इस कदम से कयास लगाए जा रहे हैं कि 4 मई के बाद भी ट्रेनों का परिचालन ठप रह सकता है। फिलहाल, ट्रेनों को 3 मई तक के लिए रद्द किया गया है।
रेलवे ने मंगलवार को पीएम मोदी की घोषणा के बाद बयान जारी करके कहा कि ट्रेनों में अग्रिम आरक्षण को रोक दिया गया है। रोक ई-टिकट बुकिंग पर भी है। अगले आदेश तक यह रोक रहेगी। हालांकि, ऑनलाइन टिकट कैंसिलेशन की सुविधा मिलती रहेगी। इससे पहले जब 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा हुई थी तब रेलवे ने 15 अप्रैल के बाद टिकटों की बुकिंग पर रोक नहीं लगाई थी।
रेलवे ने कहा कि 3 मई तक कैंसल ट्रेनों के टिकटों का पूरा रिफंड उन यात्रियों को स्वत: कर दिया जाएगा जिन्होंने ई-टिकट लिया है और जिन्होंने काउंटर से टिकट लिया है वे 31 जुलाई तक रिफंड ले सकते हैं। 3 मई के बाद का टिकट भी यदि यात्री कैंसल कराते हैं तो उन्हें पूरा रिफंड मिलेगा। रेलवे की ओर से कहा गया, 3 मई तक रद्द ट्रेनों की टिकटों का जहां तक सवाल है, ऑनलाइन बुकिंग वालों को उनके खाते में रकम भेज दी जाएगी। जिन्होंने काउंटर से टिकट लिया है वे लॉकडाउन खुलने के बाद 31 जुलाई तक रिफंड प्राप्त कर सकते हैं। कोई कैंसिलेशन चार्ज नहीं लिया जाएगा। यहां तक की 3 मई के बाद भी यदि कोई यात्री टिकट कैंसल कराता है तो उससे कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।

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